आधार की सुरक्षा के लिए UIDAI लाया 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी
आधार की सुरक्षा के लिए UIDAI लाया 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानि की UIDAI 100 करोड़ से ज्यादा भारतीयों का डाटा रखता है। हाल ही में आधार की जानकारी की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हुए हैं। लोगों का गुस्सा एक अखबार में छपी खबर के बाद और बढ़ गया, जिसमें बताया गया था की आधार की डिटेल्स को मात्र 500 रुपये में खरीदा जा रहा है। इसके चलते UIDAI ने अपने डाटा का एक्सेस 5000 सरकारी अधिकारियों तक सीमित कर दिया है।
UIDAI ला रहा है नई तकनीक : अब नया सुरक्षा तंत्र लाया जा रहा है। इससे आधार की डिटेल्स की सुरक्षा को और कढ़ा करने का लक्ष्य है। उम्मीद है की इस तरीके से आधार की सुरक्षा में लगी सेंध से बचा जा सकेगा।
यह वर्चुअल आईडी 16 डिजिट का नंबर होगा। इसी के साथ इस नंबर का इस्तेमाल करने की समय सीमा भी होगी, जिससे इसका गलत इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।
UIDAI के पूर्व अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ने कहा- ''आधार की सुरक्षा बहुत जरुरी है और UIDAI द्वारा सही कदम उठाया गया है। ''
UIDAI के अधिकारी के अनुसार नया वर्चुअल आईडी जनरेट करने में मात्र 10 सेकेंड का समय लगेगा। इसी के साथ बताया गया की यह आधार के लिए प्रस्तावित किए गए सबसे शक्तिशाली सुरक्षा तंत्र में से एक होगा।
वर्चुअल आधार आईडी: कैसे करेगा काम?
नया सुरक्षा तंत्र मार्च 2018 से शुरू होगा।
- जब यूजर को अपने आधार नंबर की जरुरत होगी तो वह UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर या फोन पर mAadhaar एप का इस्तेमाल कर उसी समय 16 डिजिट का वर्चुअल आईडी जनरेट कर सकता है। यह नंबर 12 डिजिट के असली आधार नंबर के लिए मास्क की तरह काम करेगा।
- वर्चुअल आईडी से सिर्फ नाम, पता और व्यक्ति की फोटो को एक्सेस किया जा सकेगा।
- UIDAI के अनुसार यह वर्चुअल आईडी अस्थायी होगी और इसे किसी भी समय वापस लिया जा सकेगा। हर आईडी की वैलिडिटी की समय सीमा होगी। इस समय सीमा को यूजर खुद निश्चित कर पाएंगे।
- अगर कोई भी व्यक्ति वर्चुअल आईडी जनरेट करता है तो पुरानी वाली आईडी अपने आप एक्सपायर हो जाएगी। इसका मतलब यह की एक व्यक्ति के लिए एक समय पर एक ही वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
देश में 119 करोड़ आधार कार्ड : UIDAI ने कहा है कि हाल के दिनों में आधार की निजता को लेकर कई सवाल उठे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए आधार को और मजबूत करने के लिए नई प्रक्रियाएं शुरू की गई हैं। उल्लेखनीय है कि अब तक देश में 119 करोड़ आधार कार्ड बनाए जा चुके हैं। बैंक, टेलीकॉम, सार्वजनिक वितरण और आयकर जैसे विभागों में इसका उपयोग किया जा रहा है।
एक मार्च से मिलेगी सुविधा : UIDAI के अनुसार, यह सुविधा एक मार्च से आ जाएगी और एक जून से सभी एजेंसियों को इसे लागू करना अनिवार्य होगा। यदि कोई एजेंसी इसके बाद वर्चुअल आइडी स्वीकार करने से इन्कार करती है, तो उस पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाएगा।
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